Hindi is a subject that demands dedicated practice, and even then, students may not feel they have mastered it entirely. Proficiency in this language requires hard work and a genuine interest in learning. However, mastering Hindi is not a journey one should undertake alone. Students benefit greatly from guidance by exceptional educators. At The Orchids International School, we recognize this need and provide students with a platform to connect with the best educators in India.
The NCERT Pdf Solutions for Class 6 Hindi Chapter 09 – Tikat Album are tailored to help the students master the concepts that are key to success in their classrooms. The solutions given in the PDF are developed by experts and correlate with the CBSE syllabus of 2023-2024. These solutions provide thorough explanations with a step-by-step approach to solving problems. Students can easily get a hold of the subject and learn the basics with a deeper understanding. Additionally, they can practice better, be confident, and perform well in their examinations with the support of this PDF.
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Students can access the NCERT Pdf Solutions for Class 6 Hindi Chapter 09 – Tikat Album. Curated by experts according to the CBSE syllabus for 2023–2024, these step-by-step solutions make Hindi much easier to understand and learn for the students. These solutions can be used in practice by students to attain skills in solving problems, reinforce important learning objectives, and be well-prepared for tests.
लेखक ने राजप्पा के एल्बम की तुलना मधुमक्खी के छत्ते से क्यों की?
राजप्पा की एल्बम कुछ खास नहीं थी इसीलिए लेखक ने राजप्पा के एल्बम की तुलना मधुमक्खी के छत्ते से की। राजप्पा की एल्बम में दुनिया भर की टिकट मौजूद थी और वह किसी मधुमक्खी के छत्ते से कम नहीं लग रही थी इसीलिए लेखक ने उसे मधुमक्खी का छत्ता का। राजप्पा अपनी एल्बम को लेकर बहुत दुखी था।
नागराजन ने अलबम के मुख्य पृष्ठ पर क्या लिखा और क्यों?इसका असर कक्षा के दूसरे लड़के – लड़कियों पर क्या पड़ा ?
नागराजन ने अलबम के मुख्य पृष्ठ पर मोती के अक्षरों से ‘ ऐ. एम ‘ नागराजन लिखा था। नागराजन के इस अलबम को देख कक्षा के बाकी लड़के – लड़कियों ने अपनी – अपनी अलबम में ज्यों का त्यों छाप लिया । बच्चो को लगा जैसे नागराजन की अलबम में लिखा हुआ है उन्हे भी वैसा ही लिखना है इसलिए सभी बच्चों ने अपनी अलबम पर भी वैसे ही अक्षर लिख दिए।
नागराजन की अलबम हिट हो जाने पर राजप्पा के मन की क्या दशा हुई?
नागराजन की एल्बम हिट होने की वजह से राजप्पा बहुत दुखी हो गया क्योंकि कक्षा के लड़के उसकी एल्बम को कूड़ा कहने लगे। राजप्पा मन ही मन कुढ़ने लगा। पहले वह घर से बाहर भी निकल जाता था लेकिन अब तो उसने घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया था। उसे अब रात को नींद भी नहीं आती थी। नागराजन की एल्बम हिट होने की वजह से राजप्पा अपने आप में बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रहा था।
एल्बम चुराते समय राजप्पा किस मानसिक स्थिति से गुजर रहा था?
एल्बम चुराते समय राजप्पा बड़ी ही सामंजस्य की स्थिति में था वह चोरी करते समय बहुत डर रहा था उसे लग रहा था यदि वह पकड़ा गया तो क्या होगा। वह डर के मारे कांप रहा था परंतु ईर्ष्या के भाव में आकर अपने उसूलों को पीछे छोड़ कर एल्बम चुरा ली। नागराजन की एल्बम हिट होने की वजह से उसने उसकी एल्बम को चुराया था। नागराजन की एल्बम की वजह से राजप्पा को बहुत शर्मिंदगी झेलनी पड़ी।
राजप्पा ने नागराजन की एल्बम को अंगीठी में क्यों डाल दिया?
नागराजन की एल्बम हिट हो गई थी इस वजह से कक्षा के लड़के राजप्पा की एल्बम को कचरा कह कर पुकार रहे थे। राजप्पा इस बात से बहुत दुखी था उसने निर्णय किया कि वह नागराजन की एल्बम को चुरायेगा। राजप्पा ने एल्बम को चुरा तो लिया लेकिन पुलिस के डर के कारण उसने एल्बम को अंगीठी में डालकर जला दिया।
इकट्ठा किए हुए टिकटों का अलग-अलग तरीकों से वर्गीकरण किया जा सकता है जैसे देश के आधार पर। ऐसे और आधार सोचकर लिखिए।
यह कथन बिल्कुल सही है कि इकट्ठा किए हुए टिकटों को अलग-अलग तरीके से वर्गीकृत किया जा सकता है जैसे देश के आधार पर। प्रस्तुत कहानी में नागराजन भी बहुत ही सुंदर टिकटों को बड़ी ही अच्छी तरह से संभाल कर रखता है। वह चाहे तो इन्हें अलग-अलग तरीकों से वर्गीकरण करके रख सकता था। टिकटों के वर्गीकरण अलग- अलग तरीके से किया जा सकते हैं जैसे हम इसे भाषा के आधार पर वर्गीकृत कर सकते हैं तथा क्षेत्र के आधार पर भी इन्हें वर्गीकृत किया जा सकता है।
टिकट की तरह बच्चे और बूढ़े कई चीजों को इकट्ठा करते हैं, सिक्के उनमें से एक है। आप कुछ अन्य चीजों को जिन्हें जमा किया जा सकता है लिखे।
हर एक व्यक्ति को कुछ ना कुछ चीज एकत्रित करने का शोख होता है। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर एक व्यक्ति कुछ ना कुछ चीज इकट्ठा करता है। टिकट और सिक्के एकत्रित करना बहुत लोगों का शोख होता है। टिकट और सिक्के के अलावा बॉटल के ढक्कन, स्टैंप, अलग-अलग देशों के नोट आदि या कोई अन्य कला से संबंधित चीजें जैसे - पेंटिंग इत्यादि को भी इकट्ठा किया जा सकता है यह हर एक व्यक्ति के शोख के ऊपर निर्भर करता है।
टिकट एल्बम का शोख रखने वाले राजप्पा और नागराजन के तरीके में क्या फर्क है? आप कौन सा तरीका अपनाना चाहेंगे?
टिकट का शोख रखने वाले राजप्पा जहां दुनिया भारत के छोटे-बड़े टिकट रखता था वही नागराजन कुछ चुनिंदा टिकट बड़ी ही अच्छी तरह से संभाल कर रखता था। मैं नागराजन का तरीका अपनाना चाहूंगा क्योंकि जिस तरह नागराजन ने चुनिंदा टिकटों को बहुत ही संभाल कर रखा है मैं भी यही चाहता हूं कि मैं भी दुनिया भर की छोटी बड़ी टिकटें इकट्ठा करने की बजाएं कुछ चुनिंदा टिकटें अच्छी तरह से रखु। ऐसा करने से मुझे अधिक प्रसिद्धि मिलेगी।
कई लोग चीजें इकठ्ठा करते हैं और उसे' गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ' में अपना नाम दर्ज करवाते हैं, इसके पीछे उनकी क्या मंशा होती है। सोचो और अपने दोस्तों के साथ चर्चा करो।
दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति को किसी ना किसी चीज का शोख होता है। बहुत से लोग अपने शोख को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं तथा अपने शोख को पूरा करने के लिए हर एक संभव प्रयास करने की कोशिश करते हैं। कई लोग चीज इकट्ठा करते हैं और उसे ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ‘ में दर्ज करवाते हैं। जब एक व्यक्ति किसी चीज को दुनिया के सामने लाने की कोशिश करता है और उस चीज को सबसे अधिक इकट्ठा करके रिकॉर्ड बनाता है तब उसका नाम दिनेश बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया जाता है। लोग अक्सर ऐसा दुनिया में प्रसिद्ध होने के लिए करते हैं।
राजप्पा एल्बम जलाने वाली बात नागराजन से क्यों नहीं कह पता? अगर कहता तो इससे कहानी के अंत में क्या परिमाण होता? कैसे?
राजप्पा ने एल्बम जलाने वाली बात नागराजन से इसलिए नहीं कही क्योंकि वह इस बात से बहुत शर्मिंदा था।उसे पता था कि नागराजन भी उसकी तरह ही एल्बम का शोख दिल से रखता था।नागराजन चुनिंदा टिकटों को बड़ी सुंदर तरह से रखता था ।राजप्पा ने नागराजन की एल्बम अंगीठी में डाल दी थी उससे इस बात को बहुत दुख था।अगर राजप्पा नागराजन को बता देता तो भी इस कहानी के अंत पर कोई असर नहीं पड़ता क्योंकि राजप्पा और नागराजन दोनों ही घनिष्ठ मित्र थे। अंत में नागराजन राजप्पा को माफ़ कर ही देता और दोनों फिर से दोस्त बन जाते।
कक्षा के बाकी विद्यार्थी राजप्पा और नागराजन की तरह एल्बम क्यों नहीं बनाते थे?वे सिर्फ दर्शक मात्र बन कर ही क्यों रह जाते थे?
राजप्पा और नागराजन की कक्षा में किसी भी बच्चे को कुछ नया करने में रुचि नहीं थी । पूरी कक्षा में केवल राजप्पा और नागराजन ही थे जिनके भीतर कुछ नया करने का जोश था।कक्षा के बाकी बच्चे केवल दर्शक मात्र बन कर रह जाते है क्योंकि किसी चीज़ को इकठ्ठा करने के लिए उस चीज़ के लिए जुनून होना बहुत आवश्यक हैं , यह जुनून केवल राजप्पा और नागराजन के भीतर ही था । नागराजन चुनिंदा टिकट इकट्ठा करता था वहीं राजप्पा दुनिया भर की छोटी – बड़ी सब टिकटें इकठ्ठा करता था।
कहानी से व्यक्तियों या वस्तुओं के लिए प्रयुक्त हुए 'नहीं ' का अर्थ देने वाले को छांट कर लिखिए। साथ ही उन का उल्टा अर्थ देने वाले शब्द भी लिखें।
नकारात्मक शब्द उल्टा अर्थ देने वाले शब्द
कीमती - सस्ता
भयानक - मनभावन
ईर्ष्या - प्रेम
डरना - निडर
बेशर्म - शर्मिला
उतारना - चढ़ना
कहानी में ढूंढ कर इन शब्दों का मतलब समझाओ और वाक्य बनाए:
1.खोसना
2.जमघट
3.टटोलना
4.कुढ़ना
5.ठहाका
6.पुचकरना
7.खलना
8.हेकड़ी
9.तारीफ
1.खोजना: जबरन वस्तु पर हक जमाना।
-राजू कक्षा में दूसरे बच्चों की चीजें खोस लेता है।
2.जमघट: भीड़ लगाना।
-गांव के मेले में आइसक्रीम की दुकान के सामने बच्चों का जमघट लग गया।
3.टटोलना: ध्यान पूर्वक देखना।
-राजू ने अपनी खोई हुई पुस्तक रूम में बहुत टटोली परंतु वह नहीं मिली।
4.कूढ़ना: अंदर ही अंदर जलना।
-श्याम राम की नई शर्ट देखकर कुढ़ने लगा।
5.ठहाका: जोर से हंसना।
-रीता के जोक सुनाने पर पूरी कक्षा ठहाके मार कर हंसने लगी।
6.पुचकारना: प्यार करना।
-गलती करने पर भी मां बच्चे को प्यार से पुचकारती है।
7.खलना: चुभना।
-घर से दूर रहकर घर वालों की कमी खलती है।
8.हेकड़ी: अकड़।
-मास्टर ने रमेश की फालतू की सारी हेकड़ी निकाल दी।
9.तारीफ: प्रशंसा।
-मास्टरनी ने रीना की चित्रकारी की प्रशंसा की।
मान लो कि स्कूल में तुम्हारी कोई चीज हो गई हैं। तुम चाहते हो कि यदि वह चीज किसी को मिले तो वह लौटा दे। इस संबंध में स्कूल के बोर्ड पर लगाने के लिए नोटिस तैयार करो जिसमें निम्नलिखित बिंदु हुए हो:-
(1) खोई हुई चीज
(2) कहां खोई?
(3) मिल जाने पर कहां लौटाई जाए?
(4) नोटिस लगाने वाले के नाम और कक्षा।
सूचना पट्ट
कल दिनांक 10.08.×××× को मेरी स्कूल प्ले ग्राउंड में घड़ी खो गई थी। मेरी घड़ी का रंग काला है। मेरी घड़ी रॉयल एप्स कंपनी की है। यदि किसी भी विद्यार्थी को मेरी घड़ी मिले कृपया करके निम्नलिखित पते पर दे दे:
नाम- रेखा
कक्षा – छठी ' ब’
The NCERT solution for Class 6 Chapter 9: Tikat Album is important as it provides a structured approach to learning, ensuring that students develop a strong understanding of foundational concepts early in their academic journey. By mastering these basics, students can build confidence and readiness for tackling more difficult concepts in their further education.
Yes, the NCERT solution for Class 6 Chapter 9: Tikat Album is quite useful for students in preparing for their exams. The solutions are simple, clear, and concise allowing students to understand them better. They can solve the practice questions and exercises that allow them to get exam-ready in no time.
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Yes, students must practice all the questions provided in the NCERT solution for Class 6 Hindi Chapter 9: Tikat Album as it will help them gain a comprehensive understanding of the concept, identify their weak areas, and strengthen their preparation.
Students can utilize the NCERT solution for Class 6 Hindi Chapter 9 effectively by practicing the solutions regularly. Solve the exercises and practice questions given in the solution.