रॉबिनहुड की ही तरह वज़ीर अली भी साहसी, बहादुर और चकमा देने में माहिर था। वह कई दिनों से अंग्रेजों को चकमा दे रहा था और उनकी पकड़ में ही नहीं आ रहा था। कंपनी के वकील को उसने उसके घर में जाकर मार दिया था। इसलिए कर्नल को वज़ीर अली के बहादुरी भरे अफ़साने सुनकर रॉबिनहुड की याद आ जाती थी।