हँसी की चोट सवैये में कवि ने वायु, जल, अग्नि, आकाश और पृथ्वी आदि पांच तत्वों का वर्णन किया है। कृष्ण वियोग में गोपियों से ये सभी तत्व विदा हो जाते है। जब गोपियां कृष्ण के दूर हो जाने के कारण रोटी हैं तो आंसुओं के द्वारा उनका जल तत्व दूर हो जाता है, जब वे तेज तेज गति से सांस लेती है तो उनका वायु तत्व विदा हो जाता है। गर्मी में पसीने के आने के कारण अग्नि तत्व चला जाता है और जब वे कृष्ण वियोग में होती है तो हर पल सिर्फ कृष्ण को याद करती है, जिससे वे कमजोर हो जाती है उनका शरीर केवल कंकाल मात्र रह गया है जिस कारण पृथ्वी तत्व भी वियोग के कारण उनसे विदा ले लेता है। वे सिर्फ कृष्ण से एक बार मिलने की आशा करती हैं। इस प्रकार पांचों तत्व वियोग में विदा ले लेते है।