गूंगे ने अपने स्वाभिमानी होने का परिचय संकेतों के माध्यम से दिया। उसने अपनी बाजुओं को दिखाते हुए यह संकेत दिया की उसने हमेशा मेहनत कर के ही खाया है। उसने अपने सीने पर हाथ रखकर बताया कि उसने कभी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाएं है। फिर उसने अपने पेट पर हाथ लगाकर बताया कि यह सब वह अपने पेट की भूख के कारण करता है।