1. यह संवाद सचिवालय के लॉन में जामुन के पेड़ के गिरने से सम्बंधित है। रात में आए तूफान के कारण, सचिवालय के लॉन में खड़ा जामुन का पेड़ गिर जाता है और उस पेड़ के नीचे एक आदमी डाब जाता है। जब पेड़ के गिरने और आदमी के दबने की खबर फैलती है। तो माली और अन्य सभी क्लर्क वहाँ पहुंचते हैं, और जामुन के पेड़ की स्मृतियों में खो जाते हैं। पेड़ के नीचे दबे आदमी का किसी को ख्याल तक नहीं होता है। उन्हें लगता है, कि वह आदमी मार चुका है।
2. यह संवाद आज के मनुष्य की संवेदनहीन प्रवृति की ओर संकेत करता है। लोग जामुन के पेड़ के लिए दुखी हैं। क्योंकि यह पेड़ उन्हें रसीले जामुन देता था। यहाँ उनका स्वार्थपरक व्यवहार दृश्यांकित होता है। जबकि जामुन के पेड़ के नीचे दबे जीवित व्यक्ति के प्रति कोई भावात्मक प्रतिक्रिया अभिव्यक्त नहीं करते हैं। यह समाज में व्याप्त मनुष्य की स्वार्थी और संवेदनहीन प्रवृति को चित्रित करता है।